Custom Search

Tuesday, August 18, 2009

ब से बकरी........












कहता है बकबक करना,
अच्छी बात नहीं है बच्चों,
बकवादी अच्छे नहीं समझे जाते,
लोगों के उपहास हैं बन जाते।
सत्य बोलो और मीठा बोलो,
सबके दिल में मिश्री घोलो,
इससे इतना सुख पाओगे,
सबके प्यारे बन जाओगे।।
____________________
________________________


















से बकरी, में-में करती,
हरी-हरी घास वह चरती,
उसके दूध को पीते बच्चे,
करते काम अच्छे-अच्छे।।
__________________
_______________________
__________प्रभाकर पाण्डेय___________

No comments:

 
www.blogvani.com चिट्ठाजगत